जालोर.
जिले के भाद्राजून थाना क्षेत्र अंतर्गत शंखवाली गांव में मासूम स्कूली बालक की हत्या कर शव फेंकने का मामले में लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार शाम को शव का पोस्टमार्टम करवा दिया था, लेकिन परिजन शव उठाने को अभी तक राजी नहीं हुए हैं। परिजनों की मांग है कि आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए। इधर, घटना को लेकर समाज के नेता जुटने शुरू हो गए हैं। मीणा समाजबन्धु व आहोर से बसपा के प्रत्याशी रहे पंकज मीणा भी आहोर पहुंच रहे हैं। लोगों में आक्रोश है कि एक मासूम की हत्या कर दी और आरोपी अभी अभी दूर है।
तालाब के समीप सुनसान जगह पर मिला था बालक का शव
भाद्राजून थानाधिकारी नरेंद्र पवार के मुताबिक शंखवाली निवासी कालूराम पुत्र धीराराम मीणा ने रिपोर्ट देकर बताया उसका बेटा लक्ष्मण छठी कक्षा में पढ़ता था। गुरुवार को स्कूल गया था, शाम को वह घर नहीं लौटा तो उसकी तलाश की गई। पूरे गांव में तलाश करने पर भी उसका कहीं पता पता नहीं लगा। शुक्रवार सुबह गांव के लोगों ने सूचना दी कि गांव में स्थित तालाब इलाके में एक शव पड़ा है। बालक के शव को देखा उसका बेटा लक्ष्मण था। उसके बेटे के सिर पर व गले में चोट के निशान थे। गला रेंतने के कारण उसकी मौत हो चुकी थी। इस मामले की तत्काल प्रभाव से पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। पिता की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज कर पोस्टमार्टम करवाया, लेकिन शाम तक परिजन शव उठाने को राजी नहीं हुए थे।
कुछ दूरी पर पड़ा मिला बस्ता
परिजनों ने बताया कि बालक स्कूल जाने का कहकर घर से निकला था। देर शाम तक घर नहीं लौटा तो उसकी तलाश की गई, लेकिन वह नहीं मिला। सुबह तालाब के सुनसान इलाके में उसका शव मिला। शव से कुछ ही दूरी पर उसका बस्ता भी पड़ा हुआ था, जिस प्रकार से उसका उल्टा शव पड़ा था, उसके सिर पर पत्थर के गंभीर चोट के निशान भी थे, रक्त रंजित एक पत्थर भी पास में पड़ा था। ऐसे में सन्देह जताया जा रहा है कि आरोपियों की संख्या एक से अधिक भी हो सकती है।