– जालोर महोत्सव पर हुआ टी-55 टैंक का लोकार्पण
– जिले के शहीदों एवं भामाशाहों का हुआ सम्मान
जालोर. जालोर महोत्सव के उद्घाटन के साथ जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता एवं पुलिस अधीक्षक श्यामसिंह ने आहोर रोड पर स्थापित भारत-पाक युद्ध 1971 के टी-55 टैंक का लोकार्पण करते हुए जिले के 2 शहीदों के परिवारजनों एवं टी-55 टैंक को स्थापित करवाने में आर्थिक सहयोग देने वाले भामाशाह परिवार का सम्मान किया। गौरतलब है कि टी-55 टैंक सेना के अविस्मरणीय पराक्रम एवं गौरवाशाली गाथा के प्रतीक के रूप में जाना जाता है, जिसका 1971 के भारत-पाक युद्ध में इस्तेमाल हुआ था। जिसमें पाकिस्तानी की सेना को करारी हार का सामना करना पडा था। यह टैंक भारतीय सेना की बडी ताकत था। इस टैंक में मुख्य आयुध एक 100 एमएम की डी-10 टी राइफलेड नेवी/टैंक गन है जो 14 किमी. की दूरी से लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। इसके अलावा इसमें दो 7-62 मिमी व 12-7 मिमी गन माउन्टेड है जो कि एन्टी एयरक्राफ्ट हथियार के रूप में उपयोग की जाती है।
जालोर महोत्सव के मुख्य समन्वयक उपखण्ड अधिकारी चम्पालाल जीनगर ने बताया कि जिले के शहीद भवरू खां ग्रिनेडियर द्वारा बहादुरी से लड़ते-लड़ते 1971 में अपने प्राणों की आहुति देने पर तथा बीएसएफ में 30 मई 1996 को आतंकवाद विरोधी ड्यूटी के दौरान शहीद हुए शहीद सुखराम विश्नोई के परिवारजनों का जालोर महोत्सव के दौरान शौर्य स्मारक लोकार्पण समारोह एवं भामाशाह सम्मान समारोह में अभिनंदन किया गया। जालोर जिले के इन दोनों सपूतों की शहादत की कहानी से पूरा माहौल राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत हो गया। जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने तीखी निवासी भामाशाह परिवार शा खुबचंद माणकचंद जैन नागौत्रा सोलंकी परिवार का शौर्य स्मारक पर टी-55 टैंक में किये गए सहयोग के लिए भामाशाह अभिनंदन पत्र प्रदान करते हुए साफा एवं माल्यार्पण से अभिनंदन किया। जिला कलक्टर ने इस टैंक को स्थापित करने में मदद करने वाले बाड़मेर से पधारे त्रिभुवनसिंह रावत का भी धन्यवाद ज्ञापित किया और पुलिस विभाग द्वारा टैंक स्थापना के लिए जमीन उपलब्ध करवाने पर साधुवाद दिया।
जालोर विकास समिति के सचिव मोहन पाराशर ने अभिनंदन पत्र का वाचन करते हुए जालोर महोत्सव के दौरान राष्ट्रीयता की भावना को बढ़ाने वाले इस अनूठे समारोह को प्रशंसनीय बताया। भामाशाह परिवार ने आगे भी राष्ट्रहित के कार्यों में सहयोग देने की बात करते हुए इस शौर्य स्मारक को और अधिक विकसित करने की बात कही। शौर्य स्मारक में लगे 1971 के भारत पाक युद्ध के शहीदों की सूची तथा जिले के इन दो शहीदों के संबंध में जानकारी विशेष रूप से शहीदों की वीरता की याद दिला रही थी। समारोह के दौरान जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी धीरज कुमार दवे ने ‘‘है नमन उनको…” कविता के माध्यम से शहीदों की शहादत को याद किया। इस अवसर पर प्रशिक्षु आई.ए.एस. गिरधर बेनीवाल, नगर परिषद सभापति गोविन्द टांक, तहसीलदार मादाराम मीणा, वृत्त निरीक्षक लक्ष्मण सिंह, सहित गणमान्य नागरिक, जालोर विकास समिति मोहन पाराशर व कार्यकर्ता, भामाशाह परिवारजन सहित नगरवासी उपस्थित थे। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ लोकार्पण पण्डित जगतप्रकाश दवे ने किया। कार्यक्रम का संचालन परमानंद भट्ट ने किया।