- पुलिस व प्रषासन ने निभाई जिम्मेदारी, मुस्तैद रहा जाब्ता
- गश्त पर दिखे जवान व प्रषासनिक महकमे भी रहे सतर्क
जालोर। जालोर जिले में दीपावली के पावन पर्व पर बाजार जग-मग हुए। बाजारों में भारी भीड रही। दुकानों पर अच्छी भीड के चलते व्यापारियों के चेहरे भी चमके। मिठाई व पटाखों की दुकानों पर दिवाली पर खासी भीड देखी गई। वहीं पुलिस व प्रषासन ने भी अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई। बाजारों व मुख्य मार्ग पर जाब्ता तैनात रहा।
जिला मजिस्टेªट नम्रता वृष्णि ने 4 से 6 नवम्बर तक दीपावली, गोवर्धन पूजा, भैया दोज एवं 19 नवम्बर को गुरूनानक जयन्ती के पावन पर्वों पर जिले में कानून व्यवस्था एवं लोक शान्ति बनाये रखने के लिए उपखंड मजिस्ट्रेटों को कार्यपालक एवं तहसीलदारों को सहायक कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया । सम्पूर्ण जिले में कानून व्यवस्था के प्रभारी अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट होंगे।
- आदेशानुसार जिले के जालोर, सायला, आहोर, बागोड़ा, भीनमाल, जसवंतपुरा, रानीवाड़ा, सांचौर एवं चितलवाना उपखंड के लिए संबंधित उपखंड मजिस्ट्रेट् कार्यपालक एवं तहसीलदार सहायक कार्यपालक मजिस्ट्रेट होंगे। उक्त मजिस्ट्रेट् अपने सम्पूर्ण क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाये रखने एवं कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए भारत एवं राज्य सरकार तथा अन्य प्राधिकारी द्वारा जारी निर्देशों व एडवाईजरी की पूर्ण पालना के लिए जिम्मेदार होंगे। कानून व्यवस्था के प्रभारी अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट जालोर होंगे जिनके मोबाइल नम्बर 9680024241 है। उन्होंने बताया कि राज्य के गृह विभाग के परामर्शदात्री के अनुसार केवल ग्रीन आतिशबाजी के बेचने व चलाने की अनुमति होगी। दिवाली, गुरूपर्व एवं अन्य त्यौहार पर रात्रि 8 से 10 बजे तक ग्रीन आतिशबाजी की अनुमति रही। ग्रीन आतिशबाजी की पहचान प्रत्येक आतिशबाजी के बॉक्स पर नीरी द्वारा जारी किये गये क्यूआर कोड को स्केन करके की जा सकती है।
मिट्टी के दीपक विक्रय करने वालों से कर वसूली नहीं करने के निर्देश
जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि ने दीपावली के पर्व को देखते हुए मिट्टी के बने दीपकों का विक्रय करने के लिए बाजारों में आने वाले कुम्हारों व ग्रामीणों की सुविधा का ध्यान में रखते हुए इनके किसी भी प्रकार की कर वसूली नहीं करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि ने बताया कि दीपावली के पर्व को देखते हुए कुंभकारों एवं जिले के ग्रामीणों द्वारा मिट्टी के दीपक बनाये जाते है तथा इनके द्वारा स्थानीय जरूरतों को ध्यान में रखते हुए मिट्टी के दीपकों को दीपावली के त्यौहार पर विक्रय के लिए लाया जाता है।
- उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया हैं कि मिट्टी के बने दीपकों का विक्रय किए जाने के लिए बाजारों में आने वाले कुम्हारों व ग्रामीणों आदि को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसका पूर्ण रूप से ध्यान रखा जाये तथा नगरपरिषद, नगरपालिका व ग्राम पंचायत क्षेत्र में इनसे किसी भी प्रकार की कर वसूली नहीं की जावें साथ ही मिट्टी के बने दीपकों के उपयोग को पर्यावरण दृष्टि से प्रोत्साहित किया जावे।
गौरतलब है कि दीपावली के पंचदिवसीय महापर्व में मिट्टी के दीयो से जगमग करते हुए घर एक अलग ही आनंद देते हैं तथा ये स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का साधन भी है तथा इससे मिटटी के दीपक बनाने वालों को प्रोत्साहन मिलता है।
उन्होंने पुलिस विभाग, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, समस्त उपखण्ड अधिकारियों, तहसीलदारों व विकास अधिकारियों, नगर परिषद आयुक्त एवं नगरपालिका भीनमाल व सांचौर के अधिशाषी अधिकारियों को उक्त आदेश की पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है।