जालोर.
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य भवन जालोर में राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत चिकित्सा अधिकारी का एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण में चिकित्सा अधिकारीयों को कुष्ठ रोग संबधित विस्तृत जानकारी दी गई। उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.के. चौहान ने बताया कि राष्ट्रीय कुष्ठ रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में कार्यक्रम को और अधिक सुदृढ करने के उद्वेश्य से स्वास्थ्य भवन जालोर में चिकित्सा अधिकारियों के एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया जिसमें कुष्ठ रोग के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दौरान डा. चौहान ने बताया कि कुष्ठ रोग एम. लेपरी नामक एक जीवाणु से जनित रोग है। इसके जीवाणु ज्यादातर त्वचा व तंत्रिकाओं को प्रभावित करते हैं। यह उपचार कर सकने लायक रोग है, कुष्ठ रोग का उपचार संभव है। यदि त्वचा का रंग सामान्य से हल्का हो जाये, एक या बहुत से दाग हो, उसमें सुन्नपन हो, इसमें खुजली नहीं होती हो यह लक्षण दिखाई दे तो यह कुष्ठ रोग हो सकता है।
कुष्ठ रोग दो प्रकार के होते है एक अल्प जीवाणु जनित पी बी (असंक्रामक) जिसमें एक व्यक्ति जिसके शरीर पर पांच या कम सुन्न दाग हो एवं दुसरा अति जीवाणु जनिज एमबी (संक्रामक) जिसमें एक व्यक्ति जिसके शरीर पर 6 या अधिक सुन्न दाग हो। अल्प जीवाणु जनित कुष्ठ रोग का उपचार 6 माह का है एवं अति जीवाणु जनित कुष्ठ का उपचार 12 माह का है।इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी अभिमन्यु सिंह, एनएमए रामकुमार एवं कई जन मौजूद थे।