– जाखल में भामाशाह की ओर से बनाये नवीन स्कूल भवन का लोकार्पण करने पहुंचे थे क्रिकेटर महेंद्रसिंह धोनी
– युवाओं की बेकाबू भीड़ को नियंत्रित नहीं कर पाया प्रशासन, फीता काटा लेकिन पट्टिका अनावरण करने से पहले ही लौटे धोनी
– पुलिस ने डंडे बरसाकर भीड़ को तितर बितर किया
जालोर.
जालौर जिले के सांचौर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत जाखल गांव में बुधवार को संघवी तीजाबेन मिश्रीमल कटारिया राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के नवीन भवन का लोकार्पण करने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पहुंचे, लेकिन विडंबना यह रही कि यहां की सुरक्षा व्यवस्था का बंदोबस्त ठीक नहीं होने के कारण क्रिकेटर महेंद्रसिंह धोनी को कार्यक्रम को अधूरा छोड़ कर लौटना पड़ा। सुरक्षा व्यवस्था ठीक नहीं होने के कारण युवाओं की भीड़ अनियंत्रित हो गई थी। जिस कारण धोनी ने फीता तो काट दिया था, लेकिन शिला पट्टिका का अनावरण करने से पहले ही धोनी को लौटना पड़ा।पुलिस ने भीड़ को डंडे बरसा कर तितर-बितर किया। इस घटना से न केवल कार्यक्रम प्रभावित हुआ, बल्कि एक मेहमान के साथ युवाओं का इस प्रकार का सलूक ठीक नहीं कहा जा सकता।
प्रशासन नहीं कर पाया उचित व्यवस्थाजाखल की सरकारी स्कूल के कार्यक्रम को लेकर चूंकि दो दिनों से चर्चा शुरू हो गई थी, जिसके कारण प्रशासनिक अधिकारियों को आयोजकों के साथ मिलकर इस कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था का ध्यान रखते हुए आयोजन में भागीदारी निभानी थी। क्योंकि एक भामाशाह की ओर से राजकीय स्कूल में नवीन भवन बनवा कर भेंट किया गया था, इसलिए प्रशासन की पूर्ण जिम्मेदारी बन रही थी कि वह सुरक्षा व्यवस्था का ख्याल रखें, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था में कमी और अव्यवस्था के कारण इस प्रकार की घटना हुई। जिसमें कार्यक्रम में आए अतिथि को अधूरा कार्यक्रम छोड़ लौटना पड़ा।
फीता काटा, लेकिन पट्टिका का अनावरण नहीं कर पाए
क्रिकेटर महेंद्रसिंह धोनी राजस्थान बॉर्डर में पहुंचने पर नेनावा गांव के पास वन राज्यमंत्री सुखराम बिश्नोई के पुत्र सत्येंद्र साहू, रमेश विश्नोई समेत ने क्रिकेटर धोनी का स्वागत किया। वहां राजस्थानी परम्परा के अनुसार पट्टू ओढ़ाकर स्वागत किया गया। उसके बाद महेंद्रसिंह धोनी स्कूल में एक कक्ष में कुछ समय के लिए स्कूल के विद्यार्थियों से भी मिले। बाद में मंच पर संबोधित करने शुरू हो रहे थे कि प्रशंसकों की भीड़ में माही माही के नारे लगाने शुरू कर दिए। शोर शराबे के कारण वे ज्यादा संबोधित नहीं कर पाए। उसके बाद भीड़ इतनी बढ़ गई थी कि फीता काट कर शिला पट्टिका का अनावरण करने से पहले ही धोनी को यहां से लौटना पड़ा। यहां की सुरक्षा व्यवस्था का बंदोबस्त पूर्ण रूप से व्यवस्थित नहीं लगा, लिहाजा धोनी अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ वापस लौट गए।
करीब दो करोड़ से अधिक खर्च कर भामाशाह ने बनाया भवन
इस सरकारी स्कूल के करीब 17 हजार वर्ग फीट में बने नवीन भवन पर करीब दो करोड़ 5 लाख रुपये खर्च कर भामाशाह की ओर से यह भवन सरकार को सुपुर्द किया गया। लोकार्पण समारोह में सांचौर प्रशासन व पुलिस प्रशासन उचित सुरक्षा व्यवस्था का बंदोबस्त नहीं कर पाए। जिस कारण हजारों की तादाद में युवाओं ने भगदड़ मचा दी। प्रशंसकों की अनियंत्रित भीड़ के चलते धोनी शिला पट्टिका का अनावरण किये बिना ही लौट गए। कार्यक्रम के मुख्य अथिति वन राज्य मंत्री सुखराम विश्नोई, सांसद देवजी पटेल, जाखल सरपंच कमला देवी, पंचायत समिति सदस्य राम प्यारी, पूर्व सरपंच पूनी देवी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि भामाशाहों के सहयोग से गांवों के विकास में प्रगति आती है। हमें भामाशाहों को प्रोत्साहित करना चाहिए। इस अवसर पर भामाशाह मिश्रीमल दूदाजी कटारिया परिवार के सदस्य व स्कूल प्रधानाचार्य किशनलाल विश्नोई समेत ग्रामीण मौजूद थे।
इनका कहना है….
कार्यक्रम अच्छा था। हमने सरकार को दो करोड़ से अधिक बजट का भवन बनाकर दिया। धोनी के आने की सूचना प्रशासन को दी थी, उम्मीद से अधिक भीड़ होने के कारण सुरक्षा व्यवस्था में प्रशासन की कुछ जरूर ढील रही है। – संघवी कपूरचंद, सदस्य भामाशाह परिवार