राष्ट्रीय बालिका दिवस पर विधिक जागरूकता षिविर का आयोजन
जालोर.
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जिला जज सिया रघुनाथदान के निर्देषन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया। इस दौरान विभिन्न कार्यक्रम कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय बालिका दिवस पर सावित्रि बाई फुले राजकीय महिला छात्रावास में विधिक जागरूकता षिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नरेन्द्रसिंह ने कहा कि राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने का मुख्य उद्देष्य बालिकाओं के प्रति समाज में फैले असमानताओं और भेदभाव को समाप्त करना है। बालिकाओं को समान अधिकार दिलाने, कुरीतियों को मिटाने और उन्हें षिक्षित करने के लिए समाज में जागरूकता फैलाना है। उन्होंने वर्तमान दौर में बेटियां भी बेटों की तरह ही हर क्षेत्र में आगे बढ रही है और बेहतरीन कार्य कर रही है।
उन्होंने बालिकाओं के अधिकारांे की जानकारी देते हुए कहा कि बालिकाओं को अपने अधिकारांे के प्रति सजग रहना होगा, और दूसरों को भी अधिकारों के प्रति जागरूक करना होगा। उन्होंने कहा कि आज बालिका हर क्षेत्र में आगे बढ रही है लेकिन वर्तमान समय में भी वह अनेक कुरीतियों की षिकार है, ये कुरीतियां उसके आगे बढने में बाधाए उत्पन्न करती है। उन्होंने कहा कि यदि कहीं पर बेटियों के साथ भेदभाव हो रहा हो तो जागरूक बेटियों को आगे आकर उसका विरोध करना चाहिए। उन्होंने बालिकाओं को आह्वान किया कि वे अपने आप को कभी कमजोर नहीं समझे और जीवन में आगे बढने हेतु लगातार प्रयत्न करते रहे। इस अवसर पर उन्होंने घरेलू हिंसा अधिनियम, पीसीपीएनडीटी एक्ट, बाल विवाह रोकथाम कानून, पीडित प्रतिकर योजना के अलावा राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस कार्यक्रम को बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेषक संजय सावलानी ने भी संबोधित किया उन्होंने बालिकाओं के लिए सरकार की ओर से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की एवं छात्रवृति के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान काउंसलर डॉ आरती मोहन ने बालिकाओं को सकारात्मक सोच के साथ आगे बढने की सीख दी। इस दौरान छात्रावास की उपमा कुलदीप भी मौजूद रही।