जालोर.
कोरोना काल में कई लोगों ने भिन्न-भिन्न प्रकार से जीवन जिया है। लॉकडाउन होने के कारण लोग घरों के बाहर तो नहीं जा पाए, लेकिन उन्होंने अपनी दिनचर्या में जरूर बदलाव देखा है। आज हम एक ऐसे मासूम बालक के बारे में बताने जा रहे हैं।जिसने कोरोना काल के दौरान स्कूल से जो समय मिला, उस समय का ऐसा सदुपयोग किया कि अब वह उसके करियर का हिस्सा बन गया है। इतना ही नहीं नए युग की इस आधुनिक तकनीक के साथ किए गए प्रयोग ने उसे अब एक नया व्यक्तित्व को दे दिया है। लॉकडाउन के बाद जब वह स्कूल गया तो उसे एक नए रूप में देखा जाने लगा।
हम बात करने जा रहे हैं शिवगंज क्षेत्र के रहने वाले आदित्य राव की, जिसने कोरोना काल के लॉकडाउन में अपने यूट्यूब चैनल को ऐसा चैनल बना दिया है, जो अब अन्य लोगों के लिए प्रेरणादायक बना हुआ है । कोरोना काल में घर बैठे-बैठे स्कूल से जो छुट्टी मिली थी, छुट्टी का उपयोग उसने यूट्यूब पर किया। उसका पुराना यूट्यूब पर अकाउंट बना हुआ था। उस अकाउंट पर आदित्य ने गेमिंग का काम शुरू कर दिया, उसने गेम पर बनाए हुए वीडियो अपलोड करने शुरू किए। वह उस तकनीक को इतना समझ गया था कि उसके वीडियो डालते ही वीडियो बड़ी संख्या में व्यूज प्राप्त करने लगे। वर्तमान में 21 जनवरी को करीब 5 महीने में ही आदित्य राव के यूट्यूब चैनल के 1 मिलियन अर्थात 10 लाख सब्सक्राइब हो चुके हैं। उसके वीडियो गूगल की ट्रेनिंग में भी कई बार शामिल हो चुके हैं। 10 लाख सब्सक्राइब के कारण उसके वीडियो बनाने को लेकर उसकी तकनीक में भी अब और सुधार आया है। इस कारण यूट्यूब उसे प्रतिमाह करीब 5 से 7 लाख रुपये आमदनी भी दे रही है।
शिवगंज के एक निजी स्कूल में 9 वीं में पढ़ने वाले 14 वर्षीय आदित्य राव लॉक डाउन के बाद जब स्कूल पहुंचा है तो उसके लिए यह नया अनुभव था, दरअसल फेमस यूट्यूबर के रूप में आदित्य को एक नई पहचान मिल गई। आदित्य को पढ़ाने वाले शिक्षक भी इस नन्हे बालक के साथ अपने फोटो खिंचवाने को लालायित दिखे। आदित्य की इस क्रिएटिविटी की आसपास के हर लोग सराहना कर रहे हैं। 10 लाख सब्सक्राइबर होने के अवसर पर आदित्य ने एक कार्यक्रम का भी आयोजन कर खुशियां बांटी।
कम उम्र में नई तकनीक के साथ काम करने वाले आदित्य के पिता अमरसिंह राव वरिष्ठ पत्रकार हैं। वर्तमान में राजस्थान के सिरोही जिले में राजस्थान पत्रिका के प्रभारी के रूप में कामकाज देख रहे हैं। उनका कहना है कि उनके बेटे ने यूट्यूब पर सामान्य तरीके से वीडियो बनाकर अपलोड की है, लेकिन जब उसके अकाउंट में पैसे आने लगे तो वे भी उस को प्रेरित करने लगे। आदित्य के लिए पढ़ाई के साथ-साथ एक प्रोफेशन भी यूट्यूब के रूप में हो चुका है।