- एन.आई.सी. द्वारा विकसित मोबाइल एप
- कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने किया लांच
जालोर। एनआईसी जालोर टीम की ओर से तैयार माई एप आपदा के समय काफी सहयोगी साबित होगा।एनआईसी जालोर की टीम ने मिलकर इस माइ पहचान मोबाइल एप तैयार किया है। जिसकी सहायता से प्रशासनिक स्थलों एवं आपदा के दौरान व्यक्ति की पहचान को मोबाइल एप द्वारा डिजिटली रूप से सत्यापित किया जा सकेगा।
राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र एनआईसी जालोर की टीम ने डल पहचान नाम से मोबाइल एप तैयार किया है जिससे जिला प्रशासन किसी भी व्यक्ति को डिजिटल पहचान पत्र एवं अथॉरिटी जारी कर सकेगा। जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने शनिवार को इस एप्प को लांच किया। केंद्र सरकार के निर्देशानुसार डिस्ट्रिक्ट गवर्नेंस मोबाइल एप चेलेन्ज के तहत राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र एनआईसी जालोर की टीम ने माइ पहचान मोबाइल एप तैयार किया जिसकी सहायता से प्रशासनिक स्थलों एवं आपदा के दौरान व्यक्ति की पहचान को मोबाइल एप द्वारा डिजिटली रूप से सत्यापित किया जा सकेगा।
इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए एन आई सी के प्रभारी संजय रामदेव ने बताया कि इस एप्प के माध्यम से क्यूआर कोड द्वारा पहिचान वेरीफाई की जा सकेगी। इसे एंड्राइड सिस्टम पर इंस्टॉल किया जा सकेगा और शीघ्र ही इसे गूगल प्ले स्टोर पर माइ पहचान नाम से पब्लिश किया जाएगा। इस अवसर पर उपखंड अधिकारी चम्पालाल जीनगर, जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी धीरज दवे एवं अतिरिक्त जिला सूचना विज्ञान अधिकारी लादेश शर्मा उपस्थित थे।