– पुरानी टंकियों के वायसर लीकेज होने के कारण आग पकड़ने का रहता है खतरा
– जालोर जिला मुख्यालय पर शुक्रवार को गैस टंकी के लीकेज से लगी आग
जालोर.
इन दिनों गैस टंकियों के लीकेज होने की शिकायतें खूब आ रही है। ऐसी स्थिति में हल्की सी चूक खतरनाक साबित हो सकती है। शुक्रवार को ही जालोर जिला मुख्यालय पर एक घटना सामने आई है, जिसमें दो भाई झुलस गए। जिनका उपचार जोधपुर के अस्पताल में जारी है। गनीमत रही कि गैस टंकी बंद रसोई में नहीं थी, अन्यथा बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता। बहरहाल, इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए उपभोक्ताओं को गैस टंकी लेने के दौरान ही जांच लेनी चाहिए कि वह लीकेज है या नहीं, लीकेज होने पर तुरंत प्रभाव से संबंधित एजेंसी को सूचित कर टंकी बदलवानी चाहिए या फिर उसमें सुधार करवाना चाहिए, इसमें लापरवाही बरतने पर बड़ी घटना हो सकती है।
शीतला सप्तमी की कर रहे थे तैयारी, टंकी ने पकड़ ली आग
जानकारी के मुताबिक जालोर जिला मुख्यालय पर राजेन्द्र नगर में शुक्रवार शाम को मीठालाल माली के घर में महिलाएं शीतला सप्तमी के लिए बासोड़ा तैयार कर रही थी, एक टंकी पूरी हुई तो दूसरी टंकी लगा रही थी, इसी दौरान टंकी के वायसर में लीकेज होने के कारण रेगूलेटर के पास आग पकड़ ली, आग लगते परिवारजन हक्का बक्का हो गए, शोर सुनकर मीठालाल के दोनों बेटे ललित व चंपालाल दौड़कर आए और आग बुझाने का प्रयास किया, आग बुझाने के प्रयास में दोनों झुलस गए, ललित के चेहरे का कुछ हिस्सा तो चंपालाल के हाथ झुलस गए। घटना की जानकारी दमकल कार्यालय को दी, काफी देर बाद दमकल मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया।
गनीमत रही बडी घटना टल गई
बासोड़ा तैयार करने के लिए महिलाएं बंद रसोई में नहीं बैठकर बाहर तैयारी कर रही थी, इस कारण टंकी पर काफी देर तक आग लगने के बाद भी ज्यादा फैली नहीं, इससे बड़ी घटना टल गई। बाद में मौके पर पहुंची दमकल ने आग पर काबू पाया। झुलसे दोनों भाइयों को जालोर चिकित्सालय में उपचार के बाद रैफर किया, अब जोधपुर अस्पताल में उपचार जारी है।