– गैरेज संचालक की सजगता से पकड़ में आई बुलेट मोटरसाइकिल
जालोर.
पाली के कोतवाली थाना क्षेत्र से सालभर पहले चोरी हुई एक बुलेट मोटरसाइकिल जालोर गैरेज पहुंचते ही पकड़ में आई है, इसमें जालोर के एक पुलिसकर्मी की भूमिका भी सन्देह में बताई जा रही है। हालांकि मरम्मत की पूरी राशि जमा नहीं होने के कारण मोटरसाइकिल अभी भी सर्विस गैराज में ही पड़ी है, लेकिन बुलेट को सर्विस पर देने वाले युवक को पाली पुलिस ने दस्तयाब किया है। इस मामले में जालोर पुलिस के एक कांस्टेबल की भूमिका भी सन्देह में बताई जा रही है। हालांकि इस प्रकरण की पूर्ण वास्तविकता जांच के बाद ही सामने आ पाएगी।
बुलेट नहीं मिली तो पुलिस ने बन्द कर दी थी फाइल
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक फरवरी 2020 में पाली निवासी हर्ष अरोड़ा की बुलेट मोटरसाइकिल चोरी हो गई थी। बुलेट मालिक ने चोरी की रिपोर्ट पाली सिटी थाने में दर्ज करवाई थी। उसके बाद कोरोना के कारण लॉक डाउन भी हो गया था। पुलिस ने इधर उधर तलाश की, लेकिन कहीं बुलेट का पता नहीं लग पाया था। जानकारी में सामने आया है कि उसके बाद पेंडेंसी कम करने के लिए पाली पुलिस ने फाइल बन्द कर दी थी। ताकि बुलेट मालिक को इंश्योरेंस का क्लेम भी मिल सके।
आरोपी के साथ जालोर का कॉन्स्टेबल पहुंचा सर्विस गैराज
इधर, चोरी हुई इसी बुलेट का कहीं एक्सीडेंट हो गया था। दिसम्बर 2020 को सुनील विश्नोई नामक युवक जालोर स्थित अचल गवरी बुलेट सर्विस गेराज में बुलेट ठीक करवाने में लेकर पहुंचा। जॉब कार्ड इस व्यक्ति के नाम से ही बनाया गया। करीब दो महीने बीत जाने के बाद भी उक्त युवक बुलेट नहीं पहुंचा तो जालोर के सर्विस गेराज से बुलेट का एस्टीमेट मरम्मत बिल गेराज की ओर से ऑनलाइन किया गया। बिल ऑनलाइन करते ही बुलेट के चेसिस नम्बर के आधार पर मूल प्रथम मालिक हर्ष अरोड़ा के मोबाइल पर एक मैसेज पहुंच गया कि आपकी मोटरसाइकिल उक्त जालोर के गेराज में मौजूद है। इस पर अरोड़ा ने गेराज मालिक ने इस मोटरसाइकिल के चोरी होने और खुद का स्वामित्व होने की बात कही। इस पर गेराज मालिक ने उनका सहयोग किया। जॉब कार्ड पर लिखे नाम के व्यक्ति को भी गेराज बुला लिया गया। प्रथम मालिक अरोड़ा पाली थाने के उप निरीक्षक नारायण सिंह व दो अन्य सिपाहियों के साथ जालोर पहुंच गए। इधर, मंगलवार शाम को गेराज में मोटरसाइकिल देकर जाने वाला युवक सुनील व जालोर पुलिस का एक कॉन्स्टेबल बुलेट लेने के लिए गेराज पहुंच गए। मरम्मत की राशि अधिक होने की बहसबाजी शुरू करने वाले ही थे कि पाली से आई पुलिस ने कथित सुनील नामक युवक को पुलिस ने पकड़ लिया और कोतवाली थाने ले पहुंची। बाद में पाली पुलिस उस युवक को पाली ले गई, लेकिन अधिकारी इस मामले को स्पष्ट बताने से कतरा रहे हैं।
हो सकता है भंडाफोड़
इस बुलेट चोरी की घटना को गम्भीरता से लेते हुए वास्तविक जांच की जाए तो बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हो सकता है।
इनका कहना है…
बुलेट को गेराज में देने वाले युवक को दस्तयाब किया है। यह बता रहा है कि उसने किसी से खरीदी है। इसकी वास्तविकता की जांच कर रहे है।
– नारायणसिंह, उपनिरीक्षक, सिटी थाना पाली